हरिद्वार समाचार-  कोरोना काल में,, आर्थिक संकट के उत्पन्न होने पर, जहां कई लोग अवसादग्रस्त हो गए थे वहीं हमने इसे अवसर,, के रूप में लिया ।एक ऐसा अवसर जिसमें आर्थिक सुदृढ़ता तो है ही,, समाज के विकास में ,,महिलाओं की सहभागिता में भी वृद्धि हो रही है ।
महिलाऐं,, आत्मनिर्भर बनने के साथ ही,, आत्मविश्वास से परिपूर्ण हो रही हैं।अपनी रचनात्मकता से वह,, विविध कार्यों को कर रही हैं।पूरे दिन में 2 घंटे,, वह अपनी सुविधानुसार कार्य करके,, ना सिर्फ जीविकोपार्जन कर रहीं हैं वरन् समय का सही उपयोग करते हुए,, सकारात्मकता का सृजन करके,, अपनी पहचान स्वयं बनाने के लिए,,निरन्तर प्रयत्नशील हैं।
ये महिलाऐं,, सभी तरह के अचार, हर प्रकार के,,मॉस्क,, दिया बाती, मोमबत्ती, चॉकलेट बुके, रंग बिरंगे मोहक आकृतियों से सजे दिये,, व अन्य रचनात्मक उत्पाद बना रहीं हैं। ना सिर्फ स्वयं,, बल्कि अन्य महिलाओं को भी,, प्रशिक्षण देकर,, स्वावलंबी बनाने का भी कार्य कर रहीं हैं।
अविरल क्रिएशन्स,, ने आज त्रिमूर्तिनगर में एक प्रदर्शनी का आयोजन किया ।जिसमें विभिन्न हस्तनिर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया गया ।कार्यक्रम में सिडकुल एसोसेशियन के अध्यक्ष श्री अरूण सारस्वत जी,, मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए ।इस अवसर पर,,कुसुम धीमान, कमला नेगी, सुनीता सैनी, प्रिया, मुनेश, रेनू, सुमन भट्ट,, मनीषा, अंजली शर्मा, पारुल, रीना धीमान, कुसुमलता, दीपा ,श्याम ,चंदन आदि का सहयोग रहा

सरिता सिंह ने बताया 
लगभग 20 महिलाऐं,, मेरे साथ काम करती हैं।और

मेरा लक्ष्य,,  महिलाओं को आर्थिक रूप से,, सुदृढ व सशक्त बनाकर, उन्हें आत्मनिर्भर बनाना।
अविरल क्रिएशन्स “नाम से हमारे बहुत सारे हस्तनिर्मित उत्पाद बनाऐ जाते हैं,, जैसे सभी तरह के अचार, मॉस्क, मोमबत्ती व दिया, बाती, चॉकलेट बुके, व अन्य क्रिएटिव आइटम आदि।

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