हरिद्वार समाचार– शिविर में श्री धीर सिंह निवासी ग्राम डुमनपुरी ने उपचार हेतु आर्थिक सहायता के सम्बन्ध मंे, 
श्री गोपाल कुण्डलीवाल एवं ग्रामीण ग्राम हबीबपुर कुडी द्वारा स्वास्थ्य केन्द्र बनवाये जाने के सम्बन्ध में, श्री मन्नू निवासी ग्राम रघुनाथपुर द्वारा आवासीय घर के ऊपर से विद्युत लाईन-हटवाने के सम्बन्ध में आवेदन दिया।
श्रीमती अनिता द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र डुमनपुरी में विद्युत व्यवस्था के सम्बन्ध में, श्री गोपाल कुण्डलीवाल एवं निवासी ग्राम कुडी भगवानपुर द्वारा विद्युत ट्रांसफार्मर बदलवाये जाने के सम्बन्ध में, श्री समय सिंह ग्राम कलसिया द्वारा विद्युत पोल न होने के कारण विद्युत सुविधा न मिलने की शिकायत दर्ज करायी गयी। श्री होशराम ग्राम गिद्धावली ने टूटे हुए विद्युत पोलों के स्थान पर नये विद्युत पोल लगाने, श्री कमल ग्राम कलसिया ने विद्युत की लाईन व विद्युत पोल लगाये जाने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया।
  कलसिया ग्राम के ब्रह्मपाल व अन्य ग्रामीणों द्वारा पानी की टंकी एवं मरम्मत के सम्बन्ध में,  गोपाल कुण्डलीवाल एवं अन्य निवासी ग्राम कुडी भगवानपुर द्वारा ग्राम कुडी भगवानपुर में 400 फीट गहरा हैण्डपम्प लगवाये जाने, श्रीमती ममता ग्राम रघुनाथपुर उर्फ बालावाली में पेयजल लाईन स्थापित करने, सुरेश ग्राम कलसिया एवं नीटू ग्राम डुमनपुरी ने अतिवृष्टि से फसलों को हुई क्षति के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया।
प्रमोद शर्मा ग्राम बालावाली ने मोटरमार्ग निर्माण के सम्बन्ध में, मुकेश कुमार ग्राम कलसिया एवं हरपाल सिंह ग्राम डुमनपुरी ने भूकटाव हेतु पेचिंग कार्य के सम्बन्ध में, सुरेश कुमार पूर्व प्रधान ग्राम कलसिया ने तटबन्ध बनाये जाने के सम्बन्ध में प्रार्थन पत्र दिया।
सुखपाल ने कुडी भगवानपुर में जूनयिर हाईस्कूल बनाये जाने के सम्बन्ध में, गोपाल कुण्डलीवाल ने प्राथमिक विद्यालय कुडी भगवानपुर के रास्ते में जल भराव की समस्या एवं बालावाली पुल से कुड़ी भगवानपुर-रायसी-लक्सर-हरिद्वार मार्ग पर उत्तराखण्ड परिवहन की बस संचालन के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया।
शिविर में पूर्ति विभाग को राशन कार्ड बनवाये जाने के सम्बन्ध में कुल 21 आवेदन प्राप्त हुए। समाज कल्याण विभाग को आर्थिक सहायता, वृद्धावस्था पेंशन, विकलांग पेंशन आदि के सम्बन्ध में कुल 40 आवेदन प्राप्त हुए।
शिविर में विकास विभाग को शौचालय निर्माण, आवासीय मकान स्वीकृत किये जाने, टिनसेट निर्माण, छत की मरम्मत करवाये जाने, नाले की सफाई, पुल निर्माण, पानी निकासी आदि के सम्बन्ध में 171 आवेदन प्राप्त हुए। कु0 शीतल ने सिलाई सेंटर खोले जाने हेतु आर्थिक सहायता की मांग की, लखेन्द्र ने छत की मरम्मत करवाये जाने के सम्बन्ध में आवेदन किया, नीता देवी ने शौचालय व टिनसेट निर्माण के सम्बन्ध में आवेदन किया।
शिकायत निवारण शिविर में पंचायतराज विभाग 01, चिकित्सा विभाग 02, विद्युत 08, पेयजल 03, जल निगम 01, राजस्व विभाग 06, लोक निर्माण विभाग 04, सिंचाई 03, शिक्षा 02, नलकूप 01, परिवहन 01, वन 01, पूर्ति विभाग 21, समाज कल्याण 40 एवं विकास विभाग से सम्बन्धित 171 समस्याओं सहित कुल 350 से अधिक समस्याओं का पंजीकरण स्थानीय लोंगों द्वारा कराया गया।
 
 
  जिलाधिकारी हरिद्वार श्री सी0 रविशंकर ने बताया कि कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए नया कदम उठाया गया है। घर-घर जाकर लोगों से सम्पर्क कर शिकायतें प्राप्त की गयी। सभी संबंधित अधिकारियों को शिविर में बुलाया गया है।  
प्राप्त शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि एक सप्ताह में प्राप्त शिकायतों/आवेदनों की पात्रता की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। मनरेगा के अंतर्गत किये जाने वाले संभावित कार्यों को एक सप्ताह में शुरू करने के निर्देश दिये गये हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लगातार एसडीएम सहित सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा मौके पर सर्वे किया जा रहा है। इस संबंध में व्यापक योजना बनाने की आवश्यकता है, किस तरह से तटबंध को मल्टीपल तरीके से मजबूत बनाया जा सकता है
 
 
 
शिविर के उपरान्त जिलाधिकारी ने बालावाली में तटबंध के निकट कलसिया क्षेत्र का निरीक्षण किया। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि  2018 में बांध टूट गया था, जिसके कारण सिल्ट आ जाती है। अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र के लिए 02 स्पर प्रस्तावित किये गये हैं। इसका स्थायी समाधान तटबंध बनाने पर ही हो सकता है। अधिकारियों ने जिलाधिकारी को यह भी बताया कि 2020 में भारत सरकार की एक टीम ने इसका मौका मुआयना भी किया था। सिंचाई विभाग द्वारा इस संबंध में अप्रैल 2021 में इसका रिवाइज स्टीमेट भेजा गया है।
डुमनपुरी क्षेत्र के लोगों द्वारा पेयजल की गुणवत्ता के सम्बन्ध में शिकायत की गयी थी, जिस पर जिलाधिकारी ने गांव में पहुंचकर रनीपाल सिंह के घर पहुंचकर हैंडपम्प से गिलास में पानी लेकर देखा। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पीने का पानी कहीं ओर से लाना पड़ता है। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को पानी का सैंपल लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने गांव में बच्चों से मिलकर आंगनबाड़ी से मिलने वाले राशन के बारे में पूछा, बच्चों ने बताया कि आंगनबाड़ी से राशन मिल रहा है। कोविड-19 वैक्सीनेशन के संबंध में पूछने पर पूर्व प्रधान द्वारा बताया गया कि गांव में लगभग 90 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।
इसके बाद जिलाधिकारी ने शेरपुर बेला में कुछ दिन पूर्व बारिश के उपरान्त टूट गये तटबन्ध का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि तटबंध टूटने के कारण क्षेत्र में जलभराव व बाढ़ की समस्या आयी है, सिंचाई विभाग वाइब्रेंट लगाकर उसको सुरक्षित बना रहे हैं, आस-पास के खतों में जलभराव हो रखा है, पूरे पानी के निकासी हो जाने पर इसको पूर्णं रूप से ब्लाॅक किया जाएगा। कार्य अभी चल रहा है। साथ ही क्षेत्र में एक नाले के ऊपर स्ट्रक्चर बनाया गया है, इस संबंध में  एसडीएम को निर्देश दिये गये है कि गांव में किसानों के साथ बैठक करेंगे, यदि यह पानी के बहाव को रोक रहा है तो उसे हटाने पर विचार करेंगे। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र के लिए सिंचाई विभाग द्वारा बाढ संबंधी कार्ययोजना भेजी गयी है, स्वीकृति मिलने पर उक्त कार्य भी किये जाएंगे।
इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि श्री दिव्य प्रताप सिंह, एसडीएम श्री शैलेन्द्र सिंह नेगी, सीएमओ हरिद्वार श्री एस0के0 झा, अधिशासी अभियंता सिंचाई श्री डी0के0 सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी श्री वी0के0 सिंह यादव, मुख्य उद्यान अधिकारी श्री नरेन्द्र यादव, डीपीआरओ श्री रमेश चन्द्र त्रिपाठी, डीडीओ श्री पुष्पेन्द्र चैहान, अधिशासी अभियंता पेयजल मौ0 मीसम, तहसीलदार लक्सर आदि उपस्थित थे।

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