हरिद्वार समाचार– उत्तराखण्ड सरकार द्वारा कुंभ मेले को लेकर जारी किए गए नोटिफिकेशन का अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने स्वागत करते हुए कहा है कि सभी संत महापुरूष सरकार की गाइड लाईन का पालन करने को तैयार हैं। श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी में प्रैस को जारी बयान में श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि कुंभ मेला महाशिवरात्रि से प्रारम्भ हो गया है। लेकिन सरकार की क्या मजबूरी है, वह जाने। उन्होने कहा कि हरिद्वार आने वाले श्रद्धालु सरकार की गाइड लाईन का पालन करें। मास्क लगाएं और उचित दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि कोरोना नियमों का पालन करते हुए मेला दिव्य और भव्य होगा। उन्होंने कहा कि सभी अखाड़े अपने-अपने स्तर पर कुंभ की तैयारियां कर रहे हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए। वह स्वयं जाकर सभी तेरह अखाड़ों का निरीक्षण कर चुके हैं। लेकिन किसी भी अखाड़े में सफाई की व्यवस्था नहीं है। शौचालय को मात्र शोपीस बनाकर रख दिया गया है। 250 लीटर की पानी की टंकी को भीड़ में कितने लोग इस्तेमाल करेंगे। इसकी जगह एक हजार लीटर की टंकी रखी जाए। साथ ही शौचालयों को सही रूप से व्यवस्थित किया जाए। ताकि भीड़ के समय उनका सही उपयोग हो सके। श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि सारे शहर और अखाड़ों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है। मेला प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर सभी अखाड़ों में सफाई कर्मियों की व्यवस्था करनी चाहिए। सरकार बार-बार कोरोना गाइडलाईन का पालन करने के लिए कहती है, वो ठीक है। लेकिन जिन अखाड़ों के टेंट शिविर लग गए हैं और जिनके लगने बाकी हैं। वहां पर मूलभूत सुविधाएं बिल्कुल नही है। इसका जिम्मेदार कौन होगा। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव हरिद्वार भ्रमण पर आ रहे हैं। अब वह भ्रमण करेंगे या एसी कमरे में बैठकर निर्णय सुनाते हैं, यह वही जानें। अखाड़ा परिषद ने आग्रह किया कि मुख्य सचिव जहां संतों के टेंट शिविर लगे हैं। वहां स्वयं जाकर देखें कि उन्हें क्या सुविधाएं मिल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार और मेला प्रशासन के दो दो अधिकारी प्रत्येक अखाड़े में तैनात किए जाएं। जो अखाड़ों की समस्याओं को सुनकर उनका हल कराएं। सुविधाओं के अभाव में मेला कैसे संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद सरकार का सहयोग करने को तैयार है तो सरकार को भी मेला प्रशासन के अधिकारियों को दिशा निदेश देकर संतों को सुविधा उपलब्ध करानी चाहिए। नवनियुक्त मुख्यमंत्री ने तेजी से कार्य किए। लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें कोरोना हो गया। समस्त संत समाज और अखाड़ा परिषद उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना करता है। उन्होने कहा कि परिषद मेला प्रशासन और सरकार के समन्वय से ही मेला सकुशल संपन्न होता है। इसलिए समय कम है, इसलिए आने वाले शाही स्नान के लिए प्रशासन अभी से व्यवस्था करे और सफाई व्यवस्था पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर निरंजनी अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज, सचिव श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज, महंत राधे गिरी, महंत मनीष भारती, स्वामी केशवपुरी, महंत दिनेश गिरी, महंत हरगोविन्द पुरी आदि संत भी मौजूद रहे।

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